Poetry
Atithi Srivastav
लड़की होना कभी आसान नहीं होता,
हमारे सपने हमारे ख्वाब, सबसे पहले हमे समाज देखना होता
खुद को बाद में या बाकी को पहले रखना होता है,
खुद सही होते हुए भी लोगो के नज़रिये से गुज़रना होता
अपने ख़्वाब पूरे करने के लिए पता नहीं क्या करना होता है,
कभी तो हम सपनों के लिए अपने से ही लडना होता,
कभी लोग तो कभी हालात को साथ नहीं देना होता,
कभी तो हमारे अपनो को ही हमे आगे नही बढ़ने देना होता
जस्ट प्रोटेक्शन के नाम पर कदम कदम पर पीछे खींचना होता ,
हमारी हालत को अनदेखा कर बात बात पर बाते सुनाना होता ,
हमारी इच्छाओं को ” लड़की हो ” कहकर मार देना होता ,
समाज में लड़की बनकर रहना आसान नहीं होता ,
हर रोज अपने अंदर चल रहे तूफानों से लड़ना होता ,
सब कुछ सहते हुए भी मुस्कुराना होता ,
सच में लड़की होना कभी आसान नही होता।